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शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स

शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स में आपका स्वागत है

हिसार, हरियाणा में उत्तर भारत की सबसे बड़ी बीज उत्पादन कंपनियों में से एक - शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स की स्थापना १९९१ में कृषि क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता के बीज किसानों को उपलब्ध करवाकर किसानों के सच्चे भागीदार बनने के उद्देश्य से हुई। हमारे संस्थापक श्री राम कुमार आर्य जी जो की कृषि कार्य एवं खेती से जुड़े रहे है, उनके विशाल दृष्टिकोण, गतिविधि और आदर्शवाद के कारण, कंपनी तीन दशकों से अधिक समय से भारत के किसानों की सेवा कर रही है। हमारे संस्थापक के उदार दृष्टिकोण के साथ, हमारे प्रबंध निदेशक श्री वेद प्रकाश आर्य जी की कार्य कुशलता ने संगठन को देश के विभिन्न कृषि-पारिस्थितिकीय क्षेत्रों के लिए उच्च उत्पादकता और रोग प्रतिरोधी बीजों/हाइब्रिड्स का विकास करने में सहायक बनाया।

Our Milestones

1991
शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स की स्थापना श्री राम कुमार आर्य जी द्वारा H-1098 (देसी कपास) और हिसार रसीली (गाजर) जैसी वैराइटियों के साथ की गयी।
1995
लुदास, हिसार, हरियाणा में अनुसंधान और विकास केंद्र की स्थापना की गई। उत्तर भारत में हाइब्रिड कपास के लिए पहली पाउच पैकेजिंग की अशुरुवात की गयी। उत्तर भारत के किसानों के लिए हाइब्रिड कपास को लॉन्च करने में अग्रणी।
1998
रिशी नगर, हिसार में अपना प्रोसेसिंग प्लांट शुरू किया।
1999
शक्ति वर्धक हाइब्रिड बीज प्राइवेट लिमिटेड को पंजीकृत किया गया।
2001
उत्तर भारत की पहली निजी बीज कंपनी जिसने 2001 में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से विज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान श्रेणी प्रमाणपत्र प्राप्त किया।
2002-2005
हरियाणा के लुदास गांव में एक नया प्लांट शुरू किया। उत्तर भारत में अग्रणी कपास उत्पादक। 'प्रयास' के नाम से अरहंडी (कैस्टर) के विभिन्न बीजों को लॉन्च किया। 'पारसमणि' नामक ब्रांड से पहली बार सरसों की विभिन्न बीजों को लॉन्च किया गया, जो अभी भी बाजार में अग्रणी है।
2006-2007
पहली बार मूंग के विभिन्न बीजों को लॉन्च किया गया - Asha & MUM2
2007-08
पहली बार ग्वार के बीज लॉन्च किए गए - HG 365, HG 563
2009
विराट और SVM सीरीज के ब्रांड के साथ मूंग के नए बीजों को लॉन्च किया गया, जो आज भी किसानों की पहली पसंद हैं।
2010
PB 1121, PB 1509, PB 1406 बीजों के साथ धन के बीजों की शुरुवात की गयी।
2011
ग्वार की विभिन्न नई किस्मों को लॉन्च किया गया - X6, X-10, X28, जो वर्तमान समय में भी किसानों की पहली पसंद है।
2017-18
अनंद, गुजरात में अनुसंधान और विकास केंद्र की शुरुआत की गई। धान के विभिन्न बीजों को लॉन्च किया गया - चंद्रमुखी और पूर्णिमा।
2020-21
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अनुसंधान और विकास केंद्र की शुरुआत की गई।
2022
उच्च गुणवत्ता वाले चारा बीजों के लिए न्यूट्रीटॉप ब्रांड लॉन्च किया गया।
2024
हिसार, हरियाणा के आर्य नगर में एक नए प्रोसेसिंग प्लांट का उद्घाटन किया गया। नई सिस्टर कंसर्न - अरबोइंट इंटरनेशनल का उद्घाटन किया गया, जो विभिन्न फसलों में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने के लिए किसानों को उत्पाद प्रदान करता है ।