Package Of Practice
-
तिल उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
तिलहन फसलों में तिल प्रमुख फसल है। इसमें तेल की मात्रा 50 प्रतिशत के लगभग होता है। इसका तेल खाने के लिए उत्तम है।
-
बाजरा उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
बाजरा, जिसे पर्ल मिलेट (Pearl Millet) भी कहा जाता है, भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसलों में से एक है। यह खास तौर पर शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में उगाई जाती…
-
उड़द की बम्पर पैदावार लेने के लिए सुझाव Package Of Practice
उड़द भारत की प्रमुख दलहन फसलों में से एक है। उड़द की खेती में निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:
-
देसी कपास से बम्पर पैदावार लेने के लिए सुझाव Package Of Practice
कपास भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। कपास की उन्नत खेती के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:
-
धान की फसल की बम्पर पैदावार लेने के लिए सुझाव Package Of Practice
धान भारत की प्रमुख दलहन फसलों में से एक है। धान की खेती में निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:
-
जीरा की भरपूर पैदावार लेने के लिए आवश्यक सुझाव Package Of Practice
जीरा, जिसे आमतौर पर क्यूमिन कहा जाता है, भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख मसाला फसलों में से एक है, विशेष रूप से राजस्थान और गुजरात के शुष्क एवं अर्ध-शुष्क…
-
मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी Package Of Practice
मक्का, जिसे हिंदी में मक्का या भुट्टा कहा जाता है, भारत की प्रमुख अनाज फसलों में से एक है। यह चावल और गेहूं के बाद सबसे अधिक उगाई जाने वाली…
-
सरसों (राया) उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
सरसों भारत की प्रमुख तिलहनी फसलों में से एक है, जिसकी खेती रबी मौसम में व्यापक रूप से की जाती है। यह फसल ठंडे और शुष्क जलवायु में अच्छी उपज…
-
मूंग की बम्पर पैदावार लेने के लिए सुझाव Package Of Practice
मूंग, जिसे हरी मूंग या ग्रीन ग्राम भी कहा जाता है, भारत की एक प्रमुख दलहनी फसल है जिसे गर्मी, खरीफ और रबी तीनों मौसमों में उगाया जाता है। यह…
-
ग्वार की भरपूर पैदावार लेने के लिए आवश्यक सुझाव Package Of Practice
ग्वार, जिसे क्लस्टर बीन भी कहा जाता है, एक सूखा सहनशील दलहनी फसल है, जिसकी खेती मुख्य रूप से राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और पंजाब जैसे शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में…
-
गेहूँ की खेती की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
भारत में गेहूँ एक प्रमुख रबी फसल है, जिसकी बुवाई अक्तूबर के अंत से नवंबर के मध्य तक की जाती है और मार्च से अप्रैल के बीच फसल की कटाई…
-
भिण्डी की उन्नत खेती Package Of Practice
भिंडी, जिसे "लैडी फिंगर" भी कहा जाता है, एक प्रमुख गर्मी एवं वर्षा ऋतु की सब्जी फसल है। यह भारत में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है और पोषक तत्वों…
-
हाईब्रिड टमाटर उत्पादन की उन्नत विधि Package Of Practice
टमाटर एक प्रमुख सब्जी फसल है, जो भारत में लगभग पूरे वर्ष उगाई जाती है। इसका उपयोग ताजे रूप में, प्रोसेसिंग एवं व्यंजन निर्माण में किया जाता है। यह पोषक…
-
हाइब्रिड मिर्च की खेती की उन्नत विधि Package Of Practice
मिर्च (Chilli) एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है, जिसका उपयोग ताजी हरी मिर्च, सूखी मिर्च और मसाले के रूप में बड़े पैमाने पर होता है। यह आय, रोजगार और निर्यात के…
-
बेल वाली सब्जी की उन्नत खेती Package Of Practice
लौकी, तोरई, करेला, खीरा और कद्दू जैसी बेल वाली फसलें भारत में महत्वपूर्ण सब्जियों में शामिल हैं, जिन्हें उनके पोषण मूल्य और उच्च बाज़ार मांग के कारण बड़े पैमाने पर…
-
बरसीम चारा उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
बरसीम का चारा बहुत ही पौष्टिक व स्वादिष्ट होता है। चारे की बहु-कटाई वाली फसल होने के कारण इसका पशु पालन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसकी अधिक पैदावार लेने…
-
चरी (ज्वार) उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
चारे वाली ज्वार की खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली मध्यम दोमट से भारी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
-
गाजर उत्पादन की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
गाजर (Carrot) एक प्रमुख जड़वाली सब्जी है जो भारत में शीत ऋतु के दौरान बड़े पैमाने पर उगाई जाती है। यह विटामिन A, बीटा-कैरोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स का प्रमुख स्रोत…
-
ग्वार की खेती की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
ग्वार जिसे क्लस्टर बीन या गंवार फली भी कहा जाता है, एक बहुउपयोगी फसल है। यह सब्जी के रूप में भी खाई जाती है और औद्योगिक उपयोग के लिए भी…
-
खरबूजे की खेती की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
कृषि जलवायु परिस्थितियां: खरबूजे को गर्म व शुष्क वातावरण में उगाया जा सकता है, तापमान 20°C से कम होने पर कम अंकुरण हो सकता है, पाला तथा ठंड फसल की…
-
संकर तरबूज की समग्र सिफारिशें Package Of Practice
कृषि जलवायु परिस्थितियां: तरबूज को गर्म व शुष्क वातावरण में उगाया जा सकता है, तापमान 20°C से कम होने पर कम अंकुरण हो सकता है, पाला तथा ठंड फसल की…