अनुसंधान और विकास

अनुसंधान और विकास

कृषि में प्रतिदिन कुछ न कुछ नया घटता है यद्यपि कुछ चीजों में बदलाव आता है परन्तु एक चीज यथावत रहती है वह है फसलों के उच्च गुणवत्ता के बीजों की माँग। इसके अतिरिक्त कृषक के खेत में फसल विभिन्न चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है जैसे की पानी का तनाव, पर्यावरण परिवर्तन, रोग, कीट आदि। इस समय शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स कंपनी की मजबूत अनुसन्धान एवं विकास (R&D) टीम सामने आती है जो की किसान को ऐसे बीज विकसित कर के दे जो उनकी अपेक्षाओं  पर खरे उतरे।

शक्ति वर्धक की अनुसन्धान एवं विकास (R&D) की सुविधाएं हरियाणा के हिसार, गुजरात के अहमदाबाद और महाराष्ट्र में औरंगाबाद में लगभग 60 एकड़ में फैली हुई है। हमारा खाद्यान, तिलहन, दलहन फसलों, सब्जियों की फसलों, पशुचारे की फसलों के अनुसंधान एवं विकास के कार्यक्रम आयोजित करते हुए लक्ष्य होता है संकर किस्मों का विकास करना।

हमें यह बताते हुए गौरव महसूस होता है कि शक्तिवर्धक हाईब्रिड सीड्स प्राईवेट लिमिटेड उत्तर भारत में निजी क्षेत्र की प्रथम कम्पनी है जिसने भारत सरकार के विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक व अगयोगिक अनुसन्धान विभाग (DSIR) से वर्ष 2001 में अनुसन्धान एवं विकास (R&D) प्रमाण पत्र प्राप्त किया।

मुख्य आकर्षण

विभिन्न फसलों की 10 अधिसूचित किस्में एवं सकर किस्में।

हमारी किस्में विभिन्न समयों पर भारत सरकार द्वारा कराये गये किस्म परिक्षण में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

अनुसंधान एवं किस्म विज्ञान कार्यक्रमों में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहभागिता।